Yaar Illahi - Qawwali Hindi Song Lyrics
Sung By Arshad Muhammad, Divya Kumar & Arijit Singh
From - Katyar Kaljat Ghusali
Song -: Yaar Illahi - Qawwali
Singer -: Arshad Muhammad, Divya Kumar &Arijit Singh
Lyricist -: Sameer Samant
Composer -: Shankar - Ehsaan - Loy
Banner -: Esselvision Productions
Producer -: Nittin Keni, Nikhil Sane, SunilPhadtare
Director -: Subodh Bhave
Yaar Illahi - Qawwali Hindi Song Lyrics
Sung By Arshad Muhammad, Divya Kumar & Arijit Singh
From - Katyar Kaljat Ghusali
दिल ही जब इलज़ाम लगाये
देवे कौन सफाई
तुझसे नज़र मिलाउन क्या
जब खुद से नज़र चुराए
ओ यारा
तुझ को लाख पता है
तुझे पता क्या मेरी खता है
तू ही बता दे इलाही
में झूठा, ये वजूद भी झूठा
यार इलाही मेरे, यार इलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही
ओ मेरे यार इलाही
ओ मेरे यार इलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही
एक पत्थर से शीशा टूटे
अक़्स ज़मीं पर बिखरे
टूट के चकनाचूर हुये हैं
गुरुर घमंड ये मेरे
हो चाक़ गरेबाँ तार तार है
चाक़ गरेबाँ (गरेबाँ)
चाक़ गरेबाँ तार तार है तार है गिरहें बाँध जुलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही
ओ मेरे यार इलाही
यार इलाही, यार इलाही
ओ मेरे यार इलाही
यार इलाही, यार इलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही
शोहरत का जोर दौलत धन की मस्ती है ये दुनिया(दुनिया)
दहशत की दांत नफरत का ज़हर डसती है ये दुनिया (दुनिया)
दहशत की दांत नफरत का ज़हर डसती है ये दुनिया (दुनिया)
मुफ़लिस घरों की बस्ती जलाके बसती है ये दुनिया
सादिक दिलों की हस्ती मिटाके हँसती है ये दुनिया (दुनिया)
मतलब सिखाती, मतलब सिखाती दहशत जमाती शातिर है ये दुनिया (शातिर है ये दुनिया)
अपनी खुदीसे दामन बचाती बुज़दिल है ये दुनिया (बुज़दिल है ये दुनिया)
मैं सोचता हूँ जीने के अब न क़ाबिल है ये दुनिया (दुनिया)
इंसान तो क्या है इसा की भी क़ातिल है ये दुनिया
इलाही (इलाही, इलाही, इलाही), इलाही (इलाही, इलाही, इलाही)
बादल की बूँद सागर की लहर का गीत है ये दुनिया
चुड़ी की खनक पायल की झनक संगीत है ये दुनिया
दुनिया किसी पे हारो तो जानो क्या चीज़ है ये दुनिया
एक डोर बांधे सातों जनम का वो प्रीत है ये दुनिया
शेर-ओ-सुकन है रंगो चमन है सुर ताल है ये दुनिया
खुशरंग ओ खुश-गवार है खुशहाल है ये दुनिया
शेर-ओ-सुकन है रंगो चमन है सुर ताल है ये दुनिया
खुशरंग ओ खुश-गवार है खुशहाल है ये दुनिया
ये ईद भी है बैसाखी भी है दिवाली है ये दुनिया
इन्सान ही ने इन्सान ही से संभाली है ये है ये दुनिया
इलाही, इलाही, इलाही, इलाही, इलाही मेरा इलाही
इलाही, इलाही, इलाही, इलाही, इलाही मेरा इलाही
सच्ची तेरी खुदाई
यार इलाही मेरे, यार इलाही
यार इलाही मेरे, यार इलाही